धृति: क्षमा दमोस्तेयं
शौचमिन्द्रियनिग्रह: ।
धीर्विद्या सत्यमक्रोधो
दशकं धर्मलक्षणम् ।।
(मनु. 6/12)
☝ धैर्य रखना, सहनशील होना, मन को अधर्म से रोकना, चोरी त्याग, राग द्वेष न करना, इन्द्रियों को धर्म में चलाना, बुद्धि बढ़ाना, विद्वान् बनना, सत्याचरण और क्रोध न करना ये दश धर्म के लक्षण है ।
सुप्रभात । नमस्ते ।
भास्कर पाठक
9999304525