Tuesday, 10 November 2015

प्रेम और ध्यान

प्रेम दूसरों के साथ रहने की कला है
और ध्यान स्वयं के साथ रहने की कला.

दोनों एक सिक्के के दो पहलू हैं

दीपावली की शुभकामनाएं 🙏🏻🙏🏻 
      ।।। नमस्ते ।।।

No comments:

Post a Comment